Musings On Parenting + Super Child (Parenting Mastery: Nurturing Strong & Successful Kids) Parenting Tips| Raising Strong Kids| Positive Habits For Children| Parenting Wisdom| Indian Parenting Guide (Set Of 2 Books )(Hardcover, Hindi, Dr. Meenu Sodhi Sharma, Rohit Mehra (Irs))
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Parenting Mastery: Nurturing Strong & Successful Kids यह दो असाधारण पुस्तकों का संग्रह है, जो माता-पिता को बच्चों के मानसिक, नैतिक और व्यवहारिक विकास में सहायता प्रदान करता है। यह संकलन न केवल बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, सफल और नैतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सही मार्गदर्शन भी देगा।Book 1: Musings on Parenting by Dr. Meenu Sodhi Sharma (ISBN: 9789355629708)डॉ. मीनू सोढ़ी शर्मा द्वारा लिखित यह पुस्तक पालन-पोषण की विभिन्न जटिलताओं को सरल और व्यावहारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। लेखिका ने इसमें बताया है कि कैसे एक मजबूत, खुशहाल और नैतिक रूप से समृद्ध बच्चा समाज में अपने लिए सही राह चुन सकता है और आत्मनिर्भर बन सकता है।पुस्तक में पालन-पोषण को एक अनिश्चित यात्रा के रूप में दर्शाया गया है, जहां माता-पिता को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेखिका ने माता-पिता के लिए व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किए हैं, जो उनके लिए पालन-पोषण को आसान और प्रभावी बना सकते हैं। यह पुस्तक उन सभी माता-पिता के लिए आवश्यक है, जो अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं।Book 2: Super Child by Rohit Mehra (IRS) (ISBN: 9789389982411)क्या आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ बने? रोहित मेहरा (आईआरएस) द्वारा लिखित यह पुस्तक एक ऐसा मार्गदर्शक है, जो बच्चों में अच्छी आदतों, मूल्यों और जीवन-कौशल को विकसित करने के तरीकों को दर्शाती है।इस पुस्तक में 52 अद्भुत आदतों का वर्णन किया गया है, जिन्हें हर बच्चे को अपनाना चाहिए। यदि बच्चा हर हफ्ते एक नई अच्छी आदत अपनाए, तो एक साल में वह 52 मजबूत और सकारात्मक आदतों को अपने जीवन का हिस्सा बना सकता है। यह पुस्तक बच्चों के स्वास्थ्य, स्वच्छता, आत्म-अनुशासन, परिवार और सामाजिक मूल्यों पर आधारित है, जिससे वे आत्मविश्वासी और सफल व्यक्ति बन सकते हैं।यह संकलन उन माता-पिता के लिए एक अमूल्य संसाधन है, जो अपने बच्चों को सही दिशा में मार्गदर्शन देना चाहते हैं और उनके व्यक्तित्व विकास में योगदान करना चाहते हैं। यह न केवल पालन-पोषण की जटिलताओं को समझने में मदद करेगा, बल्कि बच्चों को आत्मनिर्भर और सफल बनाने के लिए सही कदम उठाने में भी सहायता करेगा।